tum ......


तुम मुझे उटा ना सके
 
पर  मेरे हाथ को थामे रहे .

तुम मुझे जवाब ना दे सके  ,

पर मेरे हर उमीदों को होंसोला देते रहे .

तुम  मुझे  बचा  ना  सके ,
पर  मेरे  हर मुश्किलों  में  पीछे  टिके  रहे .

तुम मुझे  कुछ  कह  ना  सके  ,

पर  मेरे  हर  बातों  का  साथ  देते  रहे .

तुम  मुझे  रुला  ना  सके ,

पर  मेरे  हर  ख़ुशी  का  कारण  बने  रहे .

तुम मुझे रोक ना सके ,

पर मेरे हर रह में साथ चलते रहे.

तुम मुझे कभी समज ना सके .

क्योंकि तुम तुम ना थे

वो हम थे ..

Comments

Popular posts from this blog

RIP Dennis Ritchie:

Inside Steve Jobs : A Technical Introspect by A Cynic

The Feeling of Falling In Love: